People always make the mistake of thinking art is created for them. But really, art is a private language for sophisticates to congratulate themselves on their superiority to the rest of the world. As my artist’s statement explains, my work is utterly incomprehensible and is therefore full of deep significance. - Calvin

Saturday, May 9, 2015

तुमने कहा, हमने सुना
की तुम्हारे शौक़ बदल गए है,
तुमने जो नहीं कहा, हमने वो भी सुना
की तुम्हारी हर महफ़िल, आज भी अधूरी है। 

कैसी हाय, कितना तौबा

हर किस्सा माखौल लगता है,
हर आह कोलाहल
ये कैसी सरज़मीं है
जहाँ कोई न ज़िन्दगी के सही मायनो का कायल




आँखों के रंग, रंगों की नज़र


हज़ार रंग देखे,
सहस्त्रो रंग देखूं,
तुम्हारे साथ देखे,
बस तुम्हारे संग देखूं।



Hazaar rang dekhe,
sahastro rang dekhun,
Tumhare saath dekhe,
Bas tumhare sang dekhu.